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जब विरोधी भी सलाम करते हैं: Arsenal ने निभाया वादा, Liverpool को दिया Guard of Honour.

          जब विरोधी भी सलाम करते हैं: Arsenal ने निभाया वादा, Liverpool को दिया Guard of Honour.


कुछ पल ऐसे होते हैं जो सिर्फ खेल के नहीं, इंसानियत के इतिहास में दर्ज हो जाते हैं। 11 मई 2025 को Anfield में ऐसा ही एक दृश्य देखने को मिला, जब Arsenal ने Premier League चैंपियंस Liverpool को Guard of Honour दिया। यह सिर्फ एक परंपरा नहीं थी, बल्कि एक वादा निभाने का प्रतीक था — एक ऐसा वादा जो मिकेल अर्टेटा ने दिल से किया था।

 अर्टेटा का वादा

सीज़न की शुरुआत में, जब Liverpool ने Tottenham को 5-1 से हराकर खिताब अपने नाम किया, तब Arsenal के मैनेजर मिकेल अर्टेटा ने कहा था:

वे इस सम्मान के हकदार हैं। उन्होंने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है, और हमें उन्हें सलाम करना चाहिए।"

और उन्होंने वही किया। Anfield में, Arsenal के खिलाड़ी दो कतारों में खड़े हुए, तालियों की गूंज के साथ Liverpool के खिलाड़ियों का स्वागत किया। यह दृश्य सिर्फ एक रस्म नहीं था, यह खेल की आत्मा का उत्सव था।

अर्टेटा की सोच

मिकेल अर्टेटा ने अपने खिलाड़ियों से कहा:

जब कोई आपसे बेहतर हो, तो उसे स्वीकार करना और उसका सम्मान करना ही असली खेल भावना है।"

यह शब्द सिर्फ एक कोच की नहीं, बल्कि एक सच्चे नेता की सोच को दर्शाते हैं। उन्होंने दिखाया कि हार में भी गरिमा होती है, और सम्मान देना कभी भी हार नहीं होती।

📸 वो पल

Virgil van Dijk के नेतृत्व में Liverpool के खिलाड़ी जब Anfield के मैदान पर उतरे, तो Arsenal के खिलाड़ियों की तालियों की गूंज ने उस पल को अमर बना दिया। यह दृश्य सिर्फ खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि हर फुटबॉल प्रेमी के लिए एक प्रेरणा था।

 मिकेल अर्टेटा: Arsenal को नई दिशा देने वाले कोच

मिकेल अर्टेटा ने Arsenal को सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि एक संस्कृति में बदल दिया है। उन्होंने खिलाड़ियों को सिखाया कि जीतना ही सब कुछ नहीं होता, बल्कि सम्मान, अनुशासन और आत्म-समर्पण भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।

बदलाव की बुनियाद

  • युवा खिलाड़ियों को मौका देना: अर्टेटा ने Bukayo Saka, Martin Ødegaard जैसे युवाओं को निखारा।

  • अनुशासन को प्राथमिकता देना: टीम में अनुशासन और समर्पण की भावना को बढ़ावा दिया।

  • टीम कल्चर को सुधारना: Arsenal को एक सम्मानजनक क्लब की दिशा में ले गए।अर्टेटा की सोच

  • अगर तुम सिर्फ गोल दागने आए हो, तो गलत क्लब में हो। अगर तुम खुद को और दूसरों को बेहतर बनाना चाहते हो — Welcome to Arsenal.

यह सोच Arsenal को सिर्फ एक टीम नहीं, बल्कि एक प्रेरणा बनाती है।


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