Skip to main content

La Liga 2025: रियल बेटिस vs ओसासुना – 1-1 का संघर्षपूर्ण मुकाबला

 


La Liga 2025: रियल बेटिस vs ओसासुना – 1-1 का संघर्षपूर्ण मुकाबला


मैच का संक्षिप्त विवरण

11 मई 2025 को, ला लीगा के मुकाबले में रियल बेटिस और ओसासुना के बीच खेला गया मैच 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ। बेनिटो विलामारिन स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में दोनों टीमों ने जोरदार प्रदर्शन किया, लेकिन अंततः अंक साझा करने पड़े।

पहला हाफ: संतुलित खेल

मैच की शुरुआत से ही दोनों टीमों ने आक्रामक रुख अपनाया। हालांकि, पहले हाफ में कोई भी टीम गोल करने में सफल नहीं हो सकी। रियल बेटिस ने अधिक पोजेशन (57.8%) रखा और कई मौके बनाए, लेकिन ओसासुना की डिफेंस ने उन्हें गोल करने से रोके रखा।

दूसरा हाफ: गोल और बराबरी

दूसरे हाफ में खेल और भी रोमांचक हो गया। 64वें मिनट में रियल बेटिस के कूचो हर्नांडेज़ ने गोल करके टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। हालांकि, 75वें मिनट में ओसासुना के अंते बुडिमिर ने गोल करके स्कोर को 1-1 पर ला दिया। इसके बाद दोनों टीमों ने जीत के लिए प्रयास किए, लेकिन कोई और गोल नहीं हो सका।

प्रमुख खिलाड़ी और उनके प्रदर्शन

  • कूचो हर्नांडेज़ (रियल बेटिस): 64वें मिनट में गोल करके टीम को बढ़त दिलाई।

  • अंते बुडिमिर (ओसासुना): 75वें मिनट में बराबरी का गोल करके टीम को हार से बचाया।

  • एड्रियन (रियल बेटिस गोलकीपर): महत्वपूर्ण बचाव करके टीम को मैच में बनाए रखा।

मैच के आंकड़े

  • पोजेशन: रियल बेटिस – 57.8%, ओसासुना – 42.2%

  • शॉट्स ऑन टारगेट: रियल बेटिस – 5, ओसासुना – 5

  • कॉर्नर किक्स: रियल बेटिस – 6, ओसासुना – 7

  • येलो कार्ड्स: रियल बेटिस – 3, ओसासुना – 2

लीग टेबल पर प्रभाव

इस ड्रॉ के बाद रियल बेटिस 58 अंकों के साथ छठे स्थान पर है, जबकि ओसासुना 45 अंकों के साथ 11वें स्थान पर है। दोनों टीमों के लिए यह परिणाम यूरोपीय प्रतियोगिताओं में स्थान सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

Comments

Popular posts from this blog

Air India AI171 हादसे के बाद 15% इंटरनेशनल फ्लाइट्स रद्द – भरोसे का संकट या मजबूरी?

Air India AI171 हादसे मे बचा सिर्फ एक Survivor   एक ज़िंदा बचा, लेकिन टूट गया सब कुछ… 13 जून 2025 की सुबह, अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान एक Air India का Boeing 787 विमान हादसे का शिकार हो गया। किसी ने सोचा भी नहीं था कि AI171 फ्लाइट , जो मुंबई से अहमदाबाद आ रही थी, उसकी खबर अगले दिन सिर्फ स्क्रीनों पर नहीं बल्कि हर दिल में गूंजेगी। इस क्रैश में 57 लोग मारे गए। और एकमात्र ज़िंदा बचे युवक ने अपने छोटे भाई की लाश खुद कांधे पर उठाई। वो तस्वीर – जिसमें वो अपने भाई के ताबूत को पकड़े हुए अस्पताल से बाहर निकल रहा था – इंटरनेट नहीं, इंसानियत को हिला गई। हादसे के बाद का पहला सवाल: "अब कौन उड़ान भरे?" Air India की पहचान एक वक्त भारत की शान मानी जाती थी। लेकिन AI171 हादसे ने इस भरोसे में एक खामोश दरार डाल दी है। लोगों की भावनाएं बदल गईं: “अब मैं दो बार सोचूंगा...” — एक यात्री का बयान “प्लेन में बैठने से पहले दिल बैठ जाता है” — एक बुजुर्ग महिला बात सिर्फ प्लेन की नहीं है, बात उस भरोसे की है जो आसमान में उड़ते वक़्त हमारे दिल में होता है। हादसे के बाद: Ai...

79 साल की पूर्व फौजी अम्मा: इंदौर की सड़कों से उठती खाने की खुशबू और हौसले की कहानी।

भीड़भाड़ वाली इंदौर की सड़कों पर अगर आप ध्यान से देखेंगे, तो आपको एक ऐसी महिला दिखेगी जो 79 की उम्र में भी रोज़ खाना पका रही हैं — न थकी हैं, न झुकी हैं। उन्होंने ज़िंदगी का आधा हिस्सा भारतीय सेना को दिया, और अब बचा हुआ हिस्सा इंदौर की जनता को प्यार, मेहनत और सादगी से बना खाना खिलाने में लगा दिया है। यह कहानी है एक पूर्व महिला सैनिक अम्मा की — जो आज भी मोर्चे पर हैं, बस लड़ाई अब भूख और खुद्दारी की है। उम्र की नहीं, आत्मा की सुनती हैं अम्मा जब हम 79 की उम्र की कल्पना करते हैं, तो एक बुज़ुर्ग चेहरा, कमज़ोर शरीर और आराम की ज़रूरत हमारी आंखों में उतरती है। लेकिन अम्मा इन सबको नकारती हैं। उन्होंने कभी अपने जीवन को "retirement" के रूप में नहीं देखा — उनके लिए सेवा करना ही जीवन का दूसरा नाम है। सेना से रिटायर होने के बाद ज़्यादातर लोग आराम करने लगते हैं। लेकिन अम्मा ने चुना कि वो खुद को व्यस्त रखें, खुद्दार बनें और फिर से समाज के बीच में लौटें — इस बार एक छोटे से फूड स्टॉल की मालकिन बनकर, जिसे वो पूरी शिद्दत और गरिमा से चलाती हैं। खाना सिर्फ भूख नहीं मिटाता, आत्मा भी जोड़ता है...