सोच के देख — एक लड़का जो कभी धोनी की बैटिंग देखकर बड़ा हुआ था, अब उसी देश की कप्तानी कर रहा है। नाम है Shubman Gill।
Gill भाई, कप्तान बन गए? इतना छोटा है!
ये बात बहुत लोग कह रहे होंगे — पर उन्हीं में से एक तू भी है ना?
पर जब Kohli और Rohit जैसे दिग्गज खामोशी से टीम से बाहर हो गए, और सामने आया Gill का नाम — तो दिल थोड़ा धड़कने लगा।
Jos Buttler की बात दिल पर लग गई
“Gill की कप्तानी में मुझे Kohli की आग और Rohit की ठंडक दोनों दिखती है।”
सोच — कोई इंग्लैंड का खिलाड़ी इतनी गहरी बात कहे, तो उसकी नजर Gill पर है।
Gill अब IPL का लड़का नहीं है — अब वो इंडिया की Test टीम का नया रास्ता बन रहा है।
वो जो किताब Kohli ने aggression से लिखी, और Rohit ने समझदारी से संभाली — अब उसे Gill को अपने तरीके से पूरा करना है।
इंग्लैंड टूर – जहां हीरो या विलेन दोनों बनते हैं
20 जून से India vs England की सीरीज़ है — और ये कोई हल्का-फुल्का दौरा नहीं।
इंग्लैंड में टेस्ट खेलना मतलब swing की भूख, crowd की तेज आवाज़ और बाहर निकली हर बॉल पर खोपड़ी घूमने वाला माहौल।
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न Kohli हैं, न Rohit
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न Ashwin, न Shami
Gill अकेले नहीं हैं, पर senior wall पीछे नहीं है अब।
कौन हैं उसके साथ?
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Jaiswal – जो चौके मारता नहीं, छक्का सोचकर मारता है
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Rinku Singh – जिसका नाम सुनते ही IPL की 5 छक्के वाली शाम याद आती है
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Bumrah – जो आंखों से बाउंसर फेंक देता है
दबाव सिर्फ कप्तानी का नहीं, नंबर 4 का भी
हाँ, अब Gill खुद No.4 खेलने की सोच रहा है। मतलब —
जहां पहले Tendulkar, फिर Kohli खड़े होते थे।
अब वहां Gill खड़ा होगा – एक ऐसा नंबर जहां रन नहीं, धैर्य और जिगर की जरूरत होती है।
और इंग्लैंड क्या करेगा?
The Times ने खुलकर लिखा है —
"Gill को पहले टेस्ट से ही टार्गेट किया जाएगा।"
James Anderson होगा – आखिरी टेस्ट सीरीज़ खेलने वाला बुढ़ा शेर –
जो हर बॉल में एक ट्रैप बिछाएगा Gill के लिए।
लोग सोशल मीडिया पर क्या कह रहे?
"Bhai Kohli nahi hai, kaise jitenge yeh series?"
"Gill अच्छा है, पर Test में अभी बच्चा है!"
लेकिन कोई नहीं देख रहा कि Gill का चेहरा चाहे शांत हो, दिल में तूफान पल रहा है।
अब कप्तान Gill क्या करेगा?
Gill अगर इंग्लैंड की मिट्टी में टिक गया –
तो अगले 5 साल इंडिया का Test Cricket उसी की कहानी होगी।
अगर नहीं चला, तो लोग कहेंगे – “कहाँ Kohli थे, कहाँ Gill है।”
तू ही सोच – क्या तू खुद भी Gill से उम्मीद नहीं रखता?
क्योंकि जब कोई नया कप्तान बनता है, तो वो सिर्फ टीम को नहीं, खुद को भी साबित करता है।
आखिरी बात:
“शांत चेहरा, मगर अंदर क्रांति – यही है Shubman Gill।”
Gill का सफर अब शुरू नहीं हो रहा, अब असली आग की परीक्षा है।

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